बुधवार, 1 अप्रैल 2020

मुझसे मिलने आना तो रंजिश छोडकर आना मेरे दोस्त

मुझसे मिलने आना तो रंजिश छोडकर आना मेरे दोस्त
अगर दिल गवाही न दे तो कतई न आना
बस याद कर लेना शाम की वो घडी कि हम दोनों साथ हैं
हम दोनों की गलतफहमी ने दिल की दूरी दी बढा दी है
दोनों इस बात से तकल्लुम करते हैं
कि एक के बिना दूसरा कुछ नहीं है
अब हम जब जा रहे हैं इस दुनिया से दोस्त
तो यादों को दिल से डिलीट कर देना
पता हम दोनों के लिए को यह आसान नहीं है
पर दोनों को जीने के लिए यह आसान कर देगा
हां, अब जब हम दोबारा से मिलेंगे तो एक मुक्तसर जिंदगी जीएंगे
उन्हीं को एक अहसास की तरह समेट लेंगे
आना हो तो आना जरूर
हम मिलेंगे वहीं पर जहां पहली दफा मिले

नोट : #तकल्लुम मतलब #बातचीत
#मुक्त्सर मतलब #संक्षेप, #छोटा