सोमवार, 3 दिसंबर 2018

वो मिली क्यों


विनायक अपने गांव से पहली बार किसी बड़े शहर के लिए निकल रहा था तो उसके मां—बाप और भाई—बहन के साथ गांव वाले उसे स्टेशन तक छोड़ने आए। मां जाते—जाते उससे बोल गई दूसरे—तीसरे दिन बात कर लिया करना।
विनायक आंखों में बड़े सपनों को लेकर देश की राजधानी दिल्ली को चल पड़ा। करीब सात से आठ की यात्रा करके जब वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा तो वह पहले वहां की चका चौंध के प्रति आकृष्ट हो गया। इसी बीच कूली आकर बोला, सर 150 रुपये लेंगे आपका सामान उस पार पहुंचा देंगे, पहले विनायक ने अपनी जेब में हाथ डाला और घर से मिले पैसों को देखा और फिर जेब में रखकर बोला, नहीं मैं खुद ही लेकर चला जाऊँगा और उसने अपना सामान उठाया और चल दिया। एक—दो दिन उसने किसी तरह घर से मिले पैसों से गुजारा कर लिया, लेकिन जब उसके पास सिर्फ रहने तक के पैसे बचे तो वह नौकरी के लिए इंटरव्यू देने के लिए जाने लगा। हर जगह से कहा जाता एक छोटे गांव का लड़का इतनी बड़ी कंपनी में कैसे काम करेगा रे तू और ऊपर से तेरे को अंग्रेजी भी बोलनी नहीं आती है। और फिर वह लौट के आ जाता। इस तरह उसने कई दिनों तक उसने भूखे भी बिताए।
एक दिन आखिरकार विनायक को एक कंपनी में नौकरी मिल जाती है और वह काम करने लगता है। इस बीच वह घर से बात भी नहीं कर पाता है। अचानक एक दिन मां का फोन आ जाता है—कैसा है पुतवा रुआंसू होके जब मां बोलती तो उसका कालेजा फट जाता, लेकिन एक पल खुद को संभालकर बोलता अम्मा हम यहां पर ठीक हैं और घर पर सब ठीक है। हां पुतवा सब ठीक है अपना खयाल रखना फोन रखत हैं। फोन कटते ही विनायक कमरे की ओर भागता है और जाके कमरा में खुद को बंद करके खूब रोता है।
विनायक की नौकरी रोज की तरह चलने लगती है और वह भी काम में रम जाता है। एक दिन उसकी मुलाकात कंपनी में ही काम करने वाली रीना नाम की लड़की से होती है। एक—दूसरे के बारे में दोनों पूछते हैं। और फिर दोनों की आपसी बात होने लगती है। रीना भी उससे घुल—मिल जाती है। दोनों की अब फोन पर भी बातचीत होने लगती है। कभी—कभी विनायक बातों—बातों में कह भी देता आपकी शर्ट अच्छी लग रही है रीना भी मुस्कुरा कर कह देती उतार दूं और दोनों जोर—जोर से हंसने लगते। यह सबकुछ चलता रहता है। एक दिन विनायक हिम्मत जुटाकर वह रीना से पूछ लेता है कि तुम मुझसे प्रेम करती हो, इस पर रीना तेज आवाज में कहती ओ मॉय गॉड तुम तो जानते हो मैं पहले से दूसरे के साथ रिलेशनशिप में हूं तुरंत विनायक बात को पलटते हुए मैं तो मजाक कर रहा हूं मुझे पहले से पता है आप दूसरे के साथ रिलेशनशिप में हैं। यह बात आई गई हो जाती है। फिर से विनायक रोज की तरह काम करने लगता है, लेकिन जब उसे रीना के अतिमहात्वाकांक्षी होने के बारे में जब पता चलता है तो वह बहुत आहत होता है, क्योंकि मां के बाद अगर वह किसी से प्रेम करता है तो वही है। और एक दिन विनायक अपनी घर की जिम्मेदारियों का निर्वाह करने के लिए और अपने प्रेम को जिंदगी के सफर में मिले एक यात्री के तरह उसकी यादों को संजोकर और ताउम्र एक दर्द को लिए दूसरे शहर चल देता है।

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