है क्या चीज तू
ऐ जिंदगी तू बता दे
कुछ पल साथ चलकर कुछ सिखा दे
राह से भटका मुसफिर हूं
राह पर मुझको लौटा दे
आ के मेरे जख्मों पर
दर्द का मलहम लगा दे
टूट गए जो तेरे सफर में
ऐ जिंदगी उनमें उम्मीद जगा दे
जब थक जाऊं तेरे सफर में
ऐ जिंदगी मुस्कुराकर मुझे सुला देना
ऐ जिंदगी तू बता दे
कुछ पल साथ चलकर कुछ सिखा दे
राह से भटका मुसफिर हूं
राह पर मुझको लौटा दे
आ के मेरे जख्मों पर
दर्द का मलहम लगा दे
टूट गए जो तेरे सफर में
ऐ जिंदगी उनमें उम्मीद जगा दे
जब थक जाऊं तेरे सफर में
ऐ जिंदगी मुस्कुराकर मुझे सुला देना
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