चाह कर भूलना तो दूर
मेरे हर आंसू में तेरा अक्स झलकता है
बेचैनी को समझा नहीं था मैंने वरसों पहले
वरना गम का बसेरा मेरा शहर न बनता। —
in Moradabad.
मेरे हर आंसू में तेरा अक्स झलकता है
बेचैनी को समझा नहीं था मैंने वरसों पहले
वरना गम का बसेरा मेरा शहर न बनता। —
in Moradabad.
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