गुरुवार, 30 जून 2016

कुछ ऐसी प्यारी मेरी #मां

तन मेरा कपड़ा ओढ़े
मन उसका हरसाए
कुछ ऐसी प्यारी मेरी मां
भूखी रहकर मुझे खिलाये
खुद भूखी सो जाए
कुछ ऐसी प्यारी मेरी मां
क्षमा शब्द है मेरी मां
सागर में करुणा जैसी मेरी मां
तूफानों में कश्ती जैसी लड़ती मेरी मां
कुछ ऐसी प्यारी मेरी मां
मौसम में बरखा है मेरी मां
ऋतुओं में वसंत ऋतु है मेरी मां
त्योहारों में ईद, दीवाली, वैसाखी है मेरी मां
कुछ ऐसी प्यारी मेरी मां
मेरी प्रथम शिवाला है मेरी मां
मेरे मन की अभिलाषा है मेरी मां
कुछ ऐसी प्यारी मेरी मां
मेरा बचपन मेरी मां
मेरा यौवन मेरी मां
कुछ ऐसी प्यारी मेरी मां
मेरी आंखे मेरी मां
मेरी सांसें मेरी मां
कुछ ऐसी प्यारी मेरी मां

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