गुरुवार, 20 अक्तूबर 2016

मातृभूमि का अपमान मां अपमान

कहते हैं जिस चीज का हम शुरू में विरोध नहीं कर पाते या फिर कहें की छोटी-छोटी चीज का विरोध करने का साहस नहीं जुटा पाते। यहां तक कि बहुत से बुद्धजीवी कह देते हैं हम क्या लेना देना तो ये वही लोग हैं कि अपना घर एक दिन लुटते हुए देखते रहते हैं और कुछ बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं। ऐसा ही माहौल इस समय भारतभूमि में चल रहा है। आतंकवाद की जननी पाकिस्तान का आर्थिक और सैन्य ताकत को हमेशा दूध पिलाने वाला चीन जो कि अपने वीटो के पवार पर मसूद अजहर जैसे आतंकी को आतंकी नहीं घोषित होने देता है। अगर प्रत्येक भारतीय चीनी निर्मित सामान का बहिष्कार करें तो आर्थिक रूप से कमजोर भी होगा और उसकी पाकिस्तान को दूध पिलाने की समक्षता भी कमजोर हो जाएगी। हां, आप अगर पहले से चीनी निर्मित सामान उपयोग कर रहे हैं तो करिये, लेकिन आगे से तो ऐसा न करने की ठाने। क्योंकि एक सैनिक की जान से प्यारी हमारी उपभोग की चीजें नहीं हैं। और हां, यह जो चीनी मीडिया बौखलाहट में बोल रहा है यह मातृभूमि का अपमान है ही साथ ही मां का भी अपमान है।

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